Thursday, February 25, 2010

माँ अब तो लौट आओ ना.....



माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ तेरा आज भी इंतजार है
आंसू नही इन आँखों में तेरा प्यार है
मेरी आँखों को अब इतना भी सताओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
छोड़ के अकेला न जाने तुझे क्या मिल गया
तू क्या छिनी मुझसे मै खुद से ही छिन गया
माँ नीद नहीं आती तेरी लोरियों के बिन
माँ एक प्यारी सी लोरी सुनाओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
जब भी मै एक पल भी रोता तू सारी रात रोती थी
सुलाकर मुझे खटिया पे तू जमी पे सोती थी
भर के पेट मेरा खुद भूखी ही सोती थी
देख माँ मै कब से भूखा हूँ अब कुछ तो खिलाओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
एक पल जो दूर रहता मिलने को तड़प जाती
थी जंहा कही भी जाती गोदी में बिठा ले जाती थी
धोखा दिया है माँ तुने क्यों अकेली चली गयी
माँ मुझे भी साथ ले जाओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
तेरे बिन माँ घर सूना सूना रहता है
दुखी है बड़ी बहना भी मन दुखी पापा का रहता है
छोटा भैया तेरी याद में रात रात भर रोता है
माँ हम सबको अब इतना भी रुलाओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना
माँ अब तो लौट आओ ना

1 comment:

Simply Poet said...

bahut hi badiya
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do login and post...takki sabhi ko aapki khoobsurat karigari padne
ka mauka miley ..aur logon ko pata chalee ke aapke jaise kavi abhi tak blogging karte hain!!